सीएम पुष्कर सिंह धामी ने, जनता मिलन कार्यक्रम के तहत सुनी जनता की समस्याएं, अधिकारियों को दिये निस्तारण के निर्देश

0
WhatsApp Image 2021-09-04 at 2.18.02 PM

-सेवानिवृत के जीपीएफ में जानबूझकर देरी की शिकायत पर दिये जांच के निर्देश

-मुख्यमंत्री कार्यालय से होगी सभी शिकायतों के निस्तारण की मानिटरिंग

देहरादूनः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीएम आवास में आयोजित जनता मिलन कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आाम जनता की शिकायतों के साथ उनकी समस्याओं को सुना। सीएम ने मौके पर ही अधिकारियों को उनके निस्तारण के निर्देश दिये।

इससे पूर्व जनता मिलन कार्यक्रम में आए सभी लोगों की शिकायतों का पंजीकरण किया गया और उन्हें रजिस्टर में दर्ज किया गया।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक.एक कर सभी की शिकायतों को पूरी गम्भीरता से सुना। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जन समस्याओं और शिकायतो का निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।

जनता मिलन कार्यक्रम में अपनी समस्याएं लेकर आने वालों में कुछ  दिव्यांगजन भी थे। जिनकी बात सुननु के लिए मुख्यमंत्री खुद उनके पास गये और उनकी शिकायतों को गौर से सुना। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता दर्शन कार्यक्रम में प्राप्त सभी जन शिकायतों की मानिटरिंग मुख्यमंत्री कार्यालय से की जाएगी।

उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि अधिकारी पूरी गम्भीरता से सभी शिकायतों का निस्तारण समयबद्धता से करें। यदि किसी स्तर पर लापरवाही पाई गई तो जिम्मेदारी तय करते हुए कड़ी कार्रवाई की जाएगी।  

जनता मिलन कार्यक्रम में पहुंचे हरिद्वार के रवि सिंह रौथाण द्वारा यह बताए जाने पर कि उनके पिताजी की शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्ति के बाद जीपीएफ की राशि देने में अनावश्यक विलम्ब किया जा रहा है। इस पर तत्काल मुख्यमंत्री ने इसकी जांच के निर्देश दिये और कहा कि जानबूझकर विलम्ब किया जाना पाया जाए तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। 

शक्तिफार्म के सुहास हलदर द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की किश्त की राशि न आने की बात पर मुख्यमंत्री ने मामले का परीक्षण कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये।

वहीं हरिद्वार के राजेश कुमार सैनी द्वारा पुलिस में उनके प्रकरण की सुनवाई न होने की शिकायत की गई। मुख्यमंत्री ने डीआईजी गढ़वाल को इसकी जांच करने के निर्देश देते हुए कहा विभाग में यह सुनिश्चित किया जाय कि शिकायतकर्ताओं को अनावश्यक चक्कर न लगाने पड़े। 

उम्मेद सिंह रावत द्वारा छूट गये राज्य आंदोलनकारियों के चिन्हीकरण की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पहले ही राज्य आंदोलनकारियों के चिन्हीकरण की प्रक्रिया 31 दिसम्बर तक बढाने के निर्देश दे दिए हैं। 

काशीपुर के कुंवर सिंह ने  उनके बच्चे को एजुकेशन लोन दिलाने, देहरादून के कमलेश ने पीएम शहरी आवास में आवास दिलाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने इनपर समुचित कार्यवाही करने को अधिकारियों को कहा। 

प्रदीप कुमार ने आवास विकास परिषद में मकान का नक्शा पास न होने की बात कही जबकि व्यापार मंडल देहरादून के अभिषेक शर्मा ने भी उनके यहाँ नक्शा पास की व्यवस्था कराये जाने का आग्रह किया। जस्सोवाला के नंदकिशोर गौड़ द्वारा बारातघर के लिए अनुरोध करने पर मुख्यमंत्री ने डीएम देहरादून को इसका परीक्षण करने के निर्देश दिये। 

सोमाल्टा के सरदार सिंह द्वारा क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग को ठीक कराने के आग्रह  पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 सितम्बर से पूरे प्रदेश में गड्ढा मुक्त सड़कों का अभियान शुरू किया जा रहा है। घनशाली के उम्मेद सिंह बिष्ट ने किसान सेवा केन्द्र में कम्प्यूटर दिये जाने की बात पर मुख्यमंत्री ने इसके प्रति उन्हें आश्वस्त किया। 

इसके अतिरिक्त अनेक युवाओं द्वारा विभिन्न विभागों में भर्ती की बात कहे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को रोजगार के लिए बड़ी भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है। स्वरोजगार के लिए कैम्प लगाए जा रहे हैं।

वहीं सीएम विवेकाधीन कोष से मदद संबंधी सभी आवेदनों का परीक्षण उपरांत समुचित कार्यवाही के निर्देश दिये। 

इसके अलावा सड़क, बिजली, पानी आदि समस्याओं को लेकर भी लोगों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी बात रखी।

आज के जनता मिलन कार्यक्रम में 300 के करीब लोगों ने अपनी शिकायतें और समस्याओं का पंजीकरण कराया। 

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत, विधायक खजानदास, दिलीप रावत, मुकेश कोहली, सचिव शैलेश बगोली, प्रभारी सचिव एसएन पाण्डेय, मंडलायुक्त रविनाथ रमन, डीआईजी नीरू गर्ग, जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार सहित जिला प्रशासन और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed